Tuesday, February 9, 2010

राह बस एक








खोजते - खोजते
बीच की राह
सब कुछ हुआ तबाह।


बनी रहे टेक
राह बस एक।


2 comments:

Udan Tashtari said...

सही है..बनी रही टेक!

स्वप्नदर्शी said...

ye picture kya hai?